पाकिस्तान को खाली करना पड़ेगा POK ! | डॉ जयशंकर के UN में भाषण के मायने ?
रशिया-यूक्रेन संघर्ष और इजराइली हमलों ने जब दुनिया का ध्यान आकर्षित किया हुआ है, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) खाली करना होगा, तभी उनसे बातचीत होगी। यह बयान संयुक्त राष्ट्र के मंच पर दिया गया है और इसके गहरे मायने हैं।
इसका प्रभाव व्यापक हो सकता है, क्योंकि पाकिस्तान वहां उपस्थित था। जयशंकर अक्सर मीडिया में बोलते रहते हैं, लेकिन संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच पर, जहां दुनिया भर के सभी देश उपस्थित होते हैं, उनका यह बयान बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह 79वां सत्र था और इसमें विभिन्न देशों के नेता हिस्सा ले रहे थे। इसी बीच पीएम मोदी का भाषण भी 23 सितंबर को हुआ। आज शहबाज शरीफ का भी भाषण हुआ, जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे को उठाया। उन्होंने धारा 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हो रही घटनाओं पर चिंता व्यक्त की।
इस सत्र में पाकिस्तान की चिंता को भी देखा जा सकता है, क्योंकि शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में केवल कश्मीर मुद्दे पर ही फोकस किया। उन्होंने भारत के खिलाफ कई बातें कहीं, जिसमें धारा 370 हटाने और जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना की उपस्थिति का जिक्र किया। शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत ने 9 लाख से अधिक सेना जम्मू-कश्मीर में भेजी हुई है और वहां के लोगों को जबरदस्ती रोक रखा है। उनका आरोप है कि भारत कश्मीर को हिंदू बहुल बनाने का प्रयास कर रहा है।
शहबाज शरीफ ने कई अन्य नेताओं से भी मुलाकात की, जिनमें तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन और फिलिस्तीन के महमूद अब्बास शामिल थे। उन्होंने इन मुलाकातों के बाद कश्मीर मुद्दे पर बात की। भारत की तरफ से इसे लेकर प्रतिक्रिया आना स्वाभाविक था। भारतीय राजनयिक भाविका ने पाकिस्तान के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा सीमा पार आतंकवाद का सहारा लिया है और भारत के खिलाफ कई हमले किए हैं।
शहबाज शरीफ के बयान का जवाब देते हुए एस. जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान का सीमा पार आतंकवाद कभी सफल नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब केवल पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) की बात होगी और उसे खाली करने पर ही बात होगी। भारत का यह स्टैंड स्पष्ट है और इससे यह संदेश जाता है कि भारत अपने क्षेत्र के लिए सजग है। आने वाले समय में भारत और पाकिस्तान के बीच इस क्षेत्र को लेकर तनाव बढ़ सकता है।
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर यह भी कहा कि पाकिस्तान का जो सीमा पार आतंकवाद है, वह कभी भी सफल नहीं होगा और भारत इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को पीओके खाली करना होगा, तभी उनसे बात होगी। इससे यह साफ हो गया है कि भारत ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। भारत के इस रुख से आने वाले समय में भारत और पाकिस्तान के बीच एक गहरा रिफ्ट देखने को मिल सकता है।
आपकी क्या राय है? क्या आपको लगता है कि भारत और पाकिस्तान बैठकर बातचीत से इस मुद्दे का हल निकाल सकते हैं या फिर इनके बीच युद्ध की स्थिति बन सकती है? अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर साझा करें।