20 घंटे का रेल सफर और 7 घंटे की यूक्रेन यात्रा जानिए कितनी खास है PM मोदी की पोलैंड यात्रा
आप सभी जानते हैं, आज से लगभग 20 दिन पहले हमने आपको जानकारी दी थी कि पीएम मोदी यूक्रेन की यात्रा पर जा रहे हैं। अमेरिका का दबाव या कुछ और इस पर हमने 1 अगस्त को अंकित इंस्पायर इंडिया पर विश्लेषण किया था। जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी सीधे यूक्रेन नहीं जा सकते, इसलिए उन्होंने पोलैंड का दौरा किया और वहां से ट्रेन से यूक्रेन के लिए रवाना हुए। पोलैंड में दो दिन रुके और आज शाम को यूक्रेन के लिए रवाना होंगे। 21 और 22 अगस्त को पोलैंड में रहे और अब 23 तारीख को पीएम यूक्रेन में होंगे। आज के सेशन में हम पोलैंड की यात्रा पर फोकस करेंगे। यह यात्रा खास है क्योंकि 45 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री यहां पहुंचा है। आखिरी बार 1979 में मोरारजी देसाई ने पोलैंड की यात्रा की थी। हम जानेंगे कि पोलैंड खास क्यों है, भारत और पोलैंड के रिश्ते कैसे हैं, व्यापार कैसा है, भारतीय डायस्पोरा वहां क्या कर रहा है, और पोलैंड का भारत में कितना निवेश है। पीएम मोदी ने अपना स्टैंड क्लियर किया कि भारत किसी भी विवाद में डायलॉग और डिप्लोमेसी को महत्व देता है। रूस-यूक्रेन कंफ्लिक्ट पर भारत का स्टैंड हमेशा से डिप्लोमेसी और पीस रहा है।
PM मोदी की पोलैंड यात्रा का विश्लेषण:
**यात्रा की शुरुआत**: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोलैंड यात्रा 21 और 22 अगस्त को हुई। पीएम मोदी यूक्रेन जाने के लिए पोलैंड में रुके क्योंकि यूक्रेन में डायरेक्ट लैंडिंग संभव नहीं है। इसलिए, उन्होंने पोलैंड से ट्रेन द्वारा यूक्रेन के कीव तक यात्रा की।
**पोलैंड की खासियत**: पोलैंड 1979 के बाद से पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री की मेज़बानी कर रहा है। यह यात्रा भारत और पोलैंड के बीच 70 साल के राजनयिक संबंधों के उत्सव का हिस्सा है। पोलैंड और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों की गहराई और दोनों देशों के बीच संबंधों की सुदृढ़ता को दर्शाने के लिए यह यात्रा महत्वपूर्ण है।
**भारत-पोलैंड संबंध**: 1954 में भारत और पोलैंड के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए। 2004 में पोलैंड यूरोपीय संघ में शामिल हुआ और तब से यह भारत का एक प्रमुख भागीदार बन गया है। आज भारत और पोलैंड के बीच लगभग 5 बिलियन डॉलर का व्यापार होता है, जिसमें भारत पोलैंड को सामान बेचकर लाभ कमाता है।
**पोलैंड में भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत**: पोलैंड में भारतीय डायस्पोरा ने प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया। भारतीय प्रधानमंत्री ने वारसा में जाम साहिब ऑफ नवाब नवानगर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जहाँ पोलैंड ने भारतीय महाराजा द्वारा युद्ध के समय में पोलिश बच्चों की मदद की याद में उन्हें सम्मानित किया है।
**यूक्रेन यात्रा**: पीएम मोदी की यात्रा का अगला चरण यूक्रेन है, जहाँ वे 23 अगस्त को पहुंचेंगे। यूक्रेन की यात्रा ट्रेन द्वारा की जा रही है, जिसमें लगभग 20 घंटे का समय लगेगा। यह ट्रेन यात्रा सुरक्षा कारणों से चुनी गई है क्योंकि कीव में नो-फ्लाई ज़ोन है।
**ट्रेन फोर्स वन**: यह ट्रेन विशेष सुविधाओं से लैस है, जिसमें सुरक्षा, कम्युनिकेशन नेटवर्क और अन्य आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं। यह ट्रेन राष्ट्रपति बाइडेन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रॉन द्वारा भी उपयोग की गई है।
यह यात्रा भारत और पोलैंड के रिश्तों की मजबूती और भारत की वैश्विक कूटनीति की दिशा को उजागर करती है, साथ ही भारत की मानवता और शांति के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।