हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह का खात्मा! दुनिया में जश्न का माहौल
आज मैं आपके साथ एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खबर साझा करने जा रहा हूँ, जिसका इजराइल और अमेरिका को लंबे समय से इंतजार था। इस घटना के दौरान नेतन्याहू अमेरिका में थे। खबर है कि हिजबुल्ला के नेता नसरुल्लाह का खात्मा हो गया है। कुछ दिन पहले मैंने बताया था कि लेबनान में भारतीयों को तुरंत वहां से निकलने की सलाह दी गई थी और नेतन्याहू के अमेरिका जाने का भी जिक्र किया था।
नेतन्याहू यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली में भाषण देने के लिए अमेरिका गए थे। भाषण के दौरान कई देशों के राजनेता नेतन्याहू के बोलने से पहले ही उठकर चले गए, जैसा कि हम अपनी संसद में कभी-कभी देखते हैं। नेतन्याहू इस दौरान ईरान को एक खतरा बताते हुए कह रहे थे कि ईरान दुनिया के लिए एक श्राप है और भारत समेत मिडिल ईस्ट के कुछ देश वरदान हैं।
उसी समय, नेतन्याहू की टीम ने उन्हें सूचित किया कि हिजबुल्ला के शीर्ष कमांडर नसरुल्लाह की लोकेशन मिल गई है। नेतन्याहू ने इस जानकारी की पुष्टि के बाद हिजबुल्ला के मुख्यालय पर हमला करने का आदेश दिया। अगले ही दिन, हिब्रू मीडिया में खबर आई कि नसरुल्लाह मारा गया है।
हिजबुल्ला, जो लेबनान के एक हिस्से को नियंत्रित करता था और जिसे ईरान से भारी आर्थिक समर्थन मिलता था, उसके शीर्ष कमांडर का खात्मा इजराइल के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है। नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में भी इस बारे में बात की थी कि कैसे उन्होंने हिजबुल्ला के सभी शीर्ष नेताओं को समाप्त कर दिया है।
हिजबुल्ला के मुख्यालय पर हुए इस हमले में छह इमारतें ध्वस्त हो गईं और नसरुल्लाह समेत दो लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 76 लोग घायल भी हुए। नेतन्याहू के भाषण के एक घंटे बाद इस हमले की पुष्टि हुई।
हिजबुल्ला का मुख्यालय एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में था, इसलिए इस हमले के बाद चारों तरफ धुएं के गुबार उठने लगे और चीख पुकार मच गई। इजराइल ने हिजबुल्ला के ठिकानों को एक-एक करके समाप्त किया है और अब उनका शीर्ष नेता भी खत्म हो गया है।
इस हमले के बाद लेबनान में रहने वाले क्रिश्चन समुदाय के लोग सड़कों पर निकलकर जश्न मना रहे हैं क्योंकि उन्हें नसरुल्लाह की मौत से राहत मिली है। नेतन्याहू ने यूएन में अपने भाषण के दौरान यह भी कहा कि कुछ देश आतंक के पर्याय हैं और कुछ तरक्की के।
हिजबुल्ला के मरने की खबर अभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुष्टि नहीं हुई है। मोसाद की पैरोडी चैनल्स और हिब्रू मीडिया में यह खबर चल रही है। इजराइल का कहना है कि हिजबुल्ला का मुख्यालय पूरी तरह से नष्ट हो गया है। ईरान की तरफ से कुछ अखबार लिख रहे हैं कि नसरुल्लाह अभी जिंदा है, लेकिन इजराइल अपनी बात पर कायम है कि वह मारा गया है।
ईरान ने तत्काल प्रभाव से सुरक्षा बैठक बुलाई है क्योंकि गाजा पट्टी में हमास और अब लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर इजराइल के हमले लगातार जारी हैं। ईरान कह रहा है कि इजराइल ने अमेरिका निर्मित बम का उपयोग किया है, लेकिन अमेरिका इससे इनकार कर रहा है।
लेबनान में क्रिश्चन समुदाय के लोग सड़कों पर निकलकर नसरुल्लाह की मौत का जश्न मना रहे हैं। नेतन्याहू ने यूएन में अपने भाषण में कहा कि कुछ देश आतंक के पर्याय हैं और कुछ तरक्की के। उन्होंने इसे आईएमईसी (इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर) का उदाहरण देकर समझाया।
नेतन्याहू ने अपने भाषण में यह भी कहा कि ईरान में कोई ऐसी जगह नहीं है जहां इजराइल हमला नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी कहा कि हिजबुल्ला ने हमारे बच्चों पर 8000 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं।
अमेरिका ने इजराइल को 8.7 बिलियन डॉलर की मदद दी है। इजराइल लगातार लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर हमले कर रहा है। यह थी अभी तक की अपडेट। अगर जानकारी पसंद आई हो तो सभी साथियों से साझा करें।