भैया, 2024 का सबसे बड़ा फेस्टिवल, ‘Stree 2,’ शुरू हो चुका है। फिल्म कैसी है, देखनी चाहिए या नहीं? इन सवालों से पहले, एक जरूरी एडवाइस—पिक्चर खत्म होते ही उठ कर मत जाना। फिल्म के आखिर में दो बहुत महत्वपूर्ण पोस्ट-क्रेडिट सीन्स छिपे हुए हैं। इनमें एक, इस हॉरर यूनिवर्स की अगली फिल्म का ऐलान है, और दूसरा वो मोमेंट है जिसका वेट आप ‘Stree 2’ के ट्रेलर के बाद से कर रहे हैं। बस इतना कह सकती हूं कि आप हैरान रह जाएंगे।
जबसे ‘Stree 2’ का ट्रेलर देखा है, आप इस पल का इंतजार कर रहे हैं। और हां, मेहनत से ‘Stree 1’ की एंडिंग को समझने के लिए जितना इंटरनेट खंगाला था, ‘Stree 2’ फिर से आपके लिए उतना ही बड़ा चैलेंज साबित होगी। एक घंटे में 45,000 टिकट्स बुक हो चुकी हैं। वो ‘Stree’ है, कुछ भी कर सकती है। छह साल बाद लौट कर, बॉलीवुड में एडवांस बुकिंग के सारे रिकॉर्ड्स तोड़ चुकी है। रणवीर, शाहरुख, सलमान—सब परेशान हैं।
सच बताऊं, फिल्म देखने के बाद असली पागलपन शुरू होगा क्योंकि इस बार कंटेंट आपकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा है। छोटा सा रिव्यू ये है कि जो सपने और उम्मीदें आप बड़ी फ्रेंचाइजी और स्पाई यूनिवर्स से जोड़ते हो, वो ‘Stree 2’ ने पूरा कर दिया है। ये अब तक की सबसे बेहतरीन यूनिवर्स फिल्म है, लेकिन एक शिकायत भी है।
कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पिछली बार खत्म हुई थी। चंदेरी का राजकुमार पूरे शहर को बचा लेता है। इस बार कहानी का सब्जेक्ट है ‘छलावा’—एक ऐसा साया, एक धुंआ जो असलियत है या धोखा। वो वापस लौट आया है, या फिर कहूं, लौट आई है। इस बार चंदेरी में एक नया दानव ‘सरकट पुरुष’ है। ये बिना सिर का खड़ा है, लेकिन इसका सिर चंदेरी की लड़कियों पर नजर रखता है। रात के अंधेरे में लड़की और सिर, दोनों गायब हो जाते हैं।
‘Stree 2’ में हॉरर और कॉमेडी का परफेक्ट मिक्स है। फिल्म में ऐसे ट्विस्ट आते हैं कि खुद बेचारी ‘Stree’ की सच्चाई सामने आ जाती है। कहानी में ज्यादा स्कोप नहीं है, क्योंकि पहली फिल्म एक रियल घटना पर बेस्ड थी, लेकिन ‘Stree 2’ में कहानी वाली बात नहीं है, बल्कि ये मास सिनेमा है विद ढेर सारे सरप्राइजेज। फिल्म को बच्चों वाली फिल्म समझने की गलती मत करना क्योंकि हॉरर सॉलिड है। जंप स्केयर वाले सीन बहुत सारे हैं, और जैसे ही ‘सरकट’ फिल्म में आएगा, कुछ ऐसा होगा जिसके लिए आप तैयार नहीं होंगे।
दूसरी तरफ, फिल्म में कॉमेडी भी बहुत सॉलिड है। पंकज त्रिपाठी का इस्तेमाल कॉमेडी को जिंदा रखने के लिए किया गया है। उनकी हर बात पर हंसी आएगी। फिल्म की राइटिंग इतनी आसान और शानदार है कि हर एज ग्रुप को ये फिल्म पसंद आएगी।
ये फिल्म किसी भी कैटेगरी में नहीं आती—ये एक नई कैटेगरी है। ‘Stree’ खुद में एक यूनिक फिल्म बन गई है। पैसों की नदी बहने वाली है, जैसे वीडियो गेम्स में चीट कोड्स होते हैं, वैसे ही ये फिल्म चीट कोड सिनेमा है।
‘Stree 2’ में कॉमेडी, हॉरर और फैमिली ऑडियंस के साथ कनेक्शन है। इस यूनिवर्स के साथ बाकी मूवीज को जोड़ने का तरीका अमर कौशिक ने बखूबी निभाया है। फिल्म खत्म होते ही लोग कह रहे थे कि जो काम ‘Avengers’ हॉलीवुड में करते हैं, वही ‘Stree 2’ ने बॉलीवुड में कर दिया है। श्रद्धा कपूर का स्क्रीन प्रेजेंस पूरी फिल्म का हाईलाइट है। राजकुमार राव की एक्टिंग जबरदस्त है, लेकिन श्रद्धा की वजह से थोड़ा अंडररेटेड रह गई है। ये फिल्म असल में ‘Stree’ नहीं, ‘पुरुष’ की कहानी है। टाइटल ‘Stree 2’ रखा है, लेकिन फिल्म एक नई कहानी पर फोकस करती है।
फिल्म का म्यूजिक भी बवाल है। हॉरर-कॉमेडी के बीच गानों को नजरअंदाज मत करना। पवन सिंह से तमन्ना भाटिया तक, सबका बेहतरीन इस्तेमाल हुआ है। फिल्म को मेरी तरफ से पांच में से चार स्टार्स मिलते हैं। फिल्म की कहानी को बाकी मूवीज से जोड़ने का तरीका, फनी और इजी कॉमेडी, श्रद्धा कपूर का स्क्रीन प्रेजेंस, और चंदेरी पुराण वाला कॉन्सेप्ट, सब कुछ कमाल का है। लेकिन हां, ‘Stree’ का टाइटल थोड़ा कम इस्तेमाल हुआ है, और ओरिजिनल ‘Stree’ की कहानी को आगे नहीं बढ़ाया गया है। फिर भी, ये फिल्म एक नई कहानी की शुरुआत है।