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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्या कांड की पूरी घटना

5 दिसंबर 2023 को दोपहर 1:02 बजे, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गुंडों ने घर में घुसकर मार डाला। घटना जयपुर के श्यामनगर इलाके में हुई थी। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी अपने लिविंग रूम में बैठे थे जब उन्हें गोली मारी गई। गोली मारने वाले नवीन शेखावत, रोहित राठौड़, और नितिन फौजी थे। इन लोगों ने पहले गोगामेड़ी के गार्ड अजीत सिंह को गोली मारी, फिर गोगामेड़ी को और नवीन शेखावत को भी। इस घटना के दौरान, उन्होंने 17 राउंड फायर किए।

हत्या के बाद की स्थिति:

सपना सोनी, जो गोगामेड़ी की कथित पत्नी थीं, घटना के समय फर्स्ट फ्लोर पर थीं। गोलियों की आवाज सुनकर सपना नीचे आईं और घबराते हुए लिविंग रूम में पहुंचीं। वहां उन्होंने गोगामेड़ी और अजीत सिंह को घायल देखा। सपना और कुछ आस-पड़ोस के लोगों ने गोगामेड़ी और अजीत सिंह को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान गोगामेड़ी की मृत्यु हो गई। अजीत सिंह की भी एक हफ्ते बाद मृत्यु हो गई।

हत्या के पीछे का कारण:

गोगामेड़ी की हत्या के पीछे कई कारण थे:

  1. व्यक्तिगत विवाद: रोहित गोदारा, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य था, एक बिजनेसमैन से 50 लाख रुपये की मांग कर रहा था। इस बिजनेसमैन ने गोगामेड़ी से मदद मांगी, और गोगामेड़ी ने गोदारा को पैसे देने से मना कर दिया। इससे गोदारा का ईगो हर्ट हुआ।
  2. जातीय और सामाजिक दुश्मनी: गोदारा ने गोगामेड़ी को पक्षपाती नेता माना, जो केवल राजपूत समुदाय के पक्ष में काम करता था।
  3. आनंदपाल सिंह की मौत: गोगामेड़ी ने आनंदपाल सिंह की मौत को फेक एनकाउंटर बताया और सीबीआई जांच की मांग की। आनंदपाल सिंह और लॉरेंस बिश्नोई के बीच पहले अच्छी दोस्ती थी, लेकिन बाद में वे दुश्मन बन गए थे। गोगामेड़ी के इस प्रदर्शन ने उन्हें बिश्नोई गैंग का दुश्मन बना दिया।
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हत्या की योजना और निष्पादन:

रोहित गोदारा ने नितिन फौजी और रोहित राठौड़ के साथ मिलकर गोगामेड़ी की हत्या की योजना बनाई। नवीन शेखावत को गोगामेड़ी से मिलने के बहाने के रूप में इस्तेमाल किया गया। गोगामेड़ी के लिविंग रूम में आते ही, नितिन फौजी ने उन्हें गोली मार दी, और फिर रोहित राठौड़ ने भी फायरिंग शुरू कर दी।

हत्या के परिणाम और इसके बाद की घटनाएं:

हत्या के बाद सपना सोनी और गोगामेड़ी के समर्थकों ने उनकी मौत का शोक मनाया और इस घटना की कड़ी निंदा की। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। घटना के बाद, बिश्नोई गैंग ने अपनी दुश्मनी और बढ़ा दी, और इस हत्याकांड ने राजस्थान में अपराध की स्थिति को और गंभीर बना दिया।

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