रूस-यूक्रेन संघर्ष 40% क्षेत्र की वापसी और पुतिन की रणनीति
बहुत से लोग जानते हैं कि यूक्रेन ने रूस के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था। अब खबर है कि रूस ने उस हिस्से का 40 प्रतिशत वापस ले लिया है। यह जानना जरूरी है कि ऐसा कैसे हुआ। रूस और यूक्रेन के बीच 1000 से अधिक दिनों से संघर्ष जारी है। ऐसे में यह सवाल था कि पुतिन और जेलेंस्की में से कौन पहले झुकेगा। दुनिया को उम्मीद थी कि ट्रंप के आने के बाद वह दोनों के बीच समझौता करवा देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाइडन ने कहा कि हम तो डूबेंगे लेकिन तुम्हें भी लेकर डूबेंगे। उन्होंने यूक्रेन को लंबी रेंज की मिसाइलें दीं। पुतिन को गुस्सा आया और उन्होंने यूक्रेन पर आईसीबीएम मिसाइलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे यूक्रेन की सेना में हड़कंप मच गया। हेडलाइन बनी कि यूक्रेन ने 40 प्रतिशत हिस्सा छोड़ दिया है जो उसने रूस के कुरस्क रीजन से कब्जा किया था।
अगस्त में खबर आई थी कि पुतिन हार रहे हैं और उन्होंने यूक्रेनी सेना को कुरस्क रीजन में आने दिया। उस समय भी कहा गया था कि यह केवल पुतिन का जाल है ताकि वह दुनिया से सहानुभूति जुटा सकें। यूक्रेन ने रूस के इस क्षेत्र में प्रवेश किया था, जिसके बाद जेलेंस्की को लगा कि उन्होंने बहुत कुछ हासिल कर लिया है। उन्होंने उत्तर कोरिया को अपने साथ मिलाने की कोशिश की थी और सोचा था कि वह कुरस्क रीजन को बफर स्टेट बना सकते हैं। उनका आत्मविश्वास इतना बढ़ गया था कि वे मास्को और सेंट पीटर्सबर्ग पर हमला करने की सोच रहे थे। अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी रेंज की मिसाइलें दीं, जिससे पुतिन ने इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइलों से जवाब दिया और यूक्रेन की सेना बैकफुट पर चली गई। पुतिन ने 40 प्रतिशत हिस्सा वापस ले लिया है।
अब सवाल यह है कि पुतिन ने क्या रणनीति अपनाई। पुतिन को पहले से पता था कि इस हिस्से को कैसे वापस लिया जा सकता है। उन्होंने उत्तर कोरिया से समर्थन लिया। उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस में भेजा गया और उन्होंने रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में यूक्रेन का कब्जा हटाया। रूस ने उत्तर कोरिया से हथियार और सैनिक मांगे और यह सफल रहा। रूस और उत्तर कोरिया ने 59,000 सैनिकों को इस क्षेत्र में भेजा। यूक्रेन ने रूस के क्षेत्र पर जो कब्जा किया था, उसमें से केवल 800 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र बचा है। रूस ने 576 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वापस ले लिया है। यूक्रेन की सेना के अनुसार, रूसी सेना प्रतिदिन 200 से 300 मीटर अंदर घुस रही है। क्रीमिया के उत्तर में स्थित नवोद मित्रविंदा नामक स्थान पर रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया है। पूर्वी यूक्रेन के क्षेत्र में रूस लगातार आगे बढ़ रहा है।
पुतिन ने रणनीति अपनाई कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को कुरस्क रीजन में भेजा और उन्होंने जगह छुड़ा ली। यह पुतिन की चाल थी ताकि दुनिया के देशों को अपने साथ जोड़ सकें। नाटो देश, विशेष रूप से ब्रिटेन, अब अपनी सेना यूक्रेन को देने की बात कर रहे हैं ताकि जैसे उत्तर कोरिया ने रूस को सैनिक दिए, वैसे वे भी यूक्रेन को सैनिक दें। यह युद्ध धीरे-धीरे विश्व युद्ध 3 की तरफ बढ़ रहा है। ब्रिटेन भी इसमें अपनी सेना भेजने की तैयारी कर रहा है। रूस ने साइबर अटैक की योजना बनाई है। जीआरयू यूनिट 2915 के एक्टिविस्ट इस साइबर अटैक के लिए जिम्मेदार होंगे। जीआरयू यूनिट 2915 के एक्टिविस्टों के खिलाफ वारंट निकले हुए हैं। वे दुनिया भर में साइबर हमले करवाते हैं। ब्रिटेन पर साइबर अटैक की खबर है कि रूस ने अपनी साइबर टीम से हमला करने की योजना बनाई है। जीआरयू यूनिट 2915 के एक्टिविस्टों ने हवाना सिंड्रोम जैसी घटनाओं को अंजाम दिया है। ये रूसी एक्टिविस्ट दुनिया भर में साइबर हमले करवाते हैं और रूस उन्हें पनाह देता है। ब्रिटेन पर अटैक की खबरें आने वाली हैं।