एक ऐसी घटना के ज़िक्र के लिए जिससे संभवतः भारत के हित बहुत ज़्यादा प्रभावित होने वाले हैं। एक ऐसी घटना, जिसमें हमारे एक पड़ोसी मुल्क की प्रधानमंत्री अपने पद से इस्तीफा देती हैं। असल में यह अभी ऑफिशियल नहीं है, लेकिन पद छोड़कर भागती हैं और भागकर भारत आ जाती हैं।
भारत आज संभवतः पूरी रात यहाँ रुकने वाली है और यहाँ रुककर उन्होंने लंदन में शरण मांगी है। जी हाँ, साथियों, आप में से बहुत सारे लोग जो पहली बार इस खबर को सुन रहे होंगे, उन्हें एक बार के लिए यह कोई प्रैंक खबर लग सकती है, लेकिन सच्चाई है यह बनी हुई हेडलाइन कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से रिजाइन किया, अपना देश छोड़ा और भारत आईं।
शेख हसीना आज की रात संभवतः भारत में बिताने वाली हैं और उन्होंने यूके से असायलम मांगा है, शरणागति मांगी है कि हमें अपने देश में आने दें। ऐसा क्यों हुआ कि एक देश की प्रधानमंत्री अपने पद को छोड़ने के लिए तैयार हुई, अचानक छोड़कर भागी, भागने के बाद वहाँ की आर्मी ने उस पूरे सेक्टर पर कंट्रोल स्थापित कर लिया और आर्मी की तरफ से बयान आया कि हम अंतरिम सरकार बनाएंगे। अंतरिम सरकार की घोषणा हो चुकी है। क्या आर्मी का शासन होगा या अंतरिम सरकार होगी, यह सारी बातें आज के सेशन में जिक्र करेंगे।
कल की सुर्खियों में लगभग 93 लोगों के मारे जाने की खबर थी, जिसके बाद देश भर में अशांति का माहौल था। भारत ने अपने लोगों को अलर्ट कर दिया था कि कुछ भी हो सकता है, बी केयरफुल। यह सब कैसे हुआ, क्या कारण बना कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री अपने तीन सूटकेस में सामान रखकर अपनी गाड़ी से हेलीकॉप्टर का सफर तय करके निकल पड़ती हैं। हेलीकॉप्टर निकलता है और लोग इस हेलीकॉप्टर को उनके आधिकारिक निवास से उड़ता हुआ देखते हैं, कैप्चर करते हैं, और इस हेलीकॉप्टर को ऑब्जर्व करते हैं कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर निकल गया है।
प्रधानमंत्री अपने इस सीक्रेट हेलीकॉप्टर से अपने आवास को छोड़कर निकल गई हैं। यह तस्वीरें बहुत वायरल हुईं। श्रीलंका में जब तख्ता पलट हुआ था, जनता ने महंगाई के चलते अपने देश की सत्ता पलट दी थी, कुछ वैसा ही नजारा यहाँ पर भी देखने को मिला। यहाँ पर यह चलते हुए हेलीकॉप्टर दिखाई दे रहे हैं जिसमें बांग्लादेश की प्रधानमंत्री निकलकर जा रही हैं। जा कहाँ रही हैं? आंसर है इंडिया। जी हाँ, वह इंडिया पहुंचीं। इंडिया पहुंच कर हिंडन एयर बेस पर उतरने की सुर्खियां आईं।
पता चला है कि वह भारत आई हैं। हालाँकि, कोई भी आधिकारिक बयान भारत सरकार की तरफ से नहीं आया है। यह मीडिया हाउसेस के द्वारा ही दिया गया क्लेम है, जो मैं आपके साथ डिस्कस कर रहा हूँ। तमाम दिमाग में सवाल बनने लगेंगे अचानक ऐसा कैसे हुआ। आइए मैं सारी बातें आपको विस्तार से बताता हूँ।
साथियों, 5 जून से स्थितियां बहुत घातक चल रही थीं। ऐसा क्यों? बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने 5 जून को बांग्लादेश सरकार के एक पुराने फैसले को पलटते हुए आरक्षण को बरकरार रख दिया था। एक ऐसा आरक्षण जिसमें बांग्लादेश सरकार के बनाते समय, 1971 में, जो बांग्लादेश सरकार के समर्थक रहे थे, उन्हें रिजर्वेशन बरकरार रखा गया था। इस फैसले के खिलाफ जनता ने विरोध करना शुरू कर दिया। छात्रों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट शुरू किया, और देखते-देखते यह प्रोटेस्ट बड़ा होता चला गया।
स्थितियां जुलाई में बहुत खराब हो गईं। यूनिवर्सिटीज में जोरदार प्रोटेस्ट प्लान किए जाने लगे। असल मायने में, शेख हसीना की सरकार के खिलाफ जनता का विरोध था। शेख हसीना, जो 2009 से 2024 तक लगातार प्रधानमंत्री रही थीं, उनकी सत्ता से हटने की मांग जोर पकड़ने लगी। जनता का रोश बढ़ता गया, और हाल ही के चुनावों में, जब बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने चुनाव से इंकार कर दिया था, क्योंकि अंतरिम सरकार के बिना ही चुनाव कराए गए थे, तब शेख हसीना ने चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बन गईं।
शेख हसीना ने सत्ता में रहते हुए कई फैसले भारत के हित में लिए, जिससे बांग्लादेश के कुछ तबके में नाराजगी बढ़ गई। इसी के चलते, आरक्षण के मसले को लेकर छात्रों का प्रोटेस्ट और तेज हो गया। सरकार के खिलाफ गुस्सा और बढ़ता गया और अंततः 21 जुलाई को बांग्लादेश की कोर्ट ने फैसला वापस लिया। हालांकि, शेख हसीना ने छात्रों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी और हालात और बिगड़ते चले गए।
अंततः, शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और भारत में शरण मांगी। यह घटना बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो भविष्य में देश की राजनीति को गहराई से प्रभावित कर सकता है।