बांग्लादेश में गोला-बारूद भेज रहा है पाकिस्तान! क्या भारत के खिलाफ हो रही है तैयारी?
खबर बांग्लादेश से है और यह खबर बहुत दिनों से सुर्खियों में है, खासकर जब से शेख हसीना भारत आई हैं। शेख हसीना का भारत आना उनके भारत के प्रति सकारात्मक रवैए को दर्शाता है, लेकिन उनके देश में जो लोग उनसे नाराज हैं या दुश्मनी रखते हैं, वे भारत से भी दुश्मनी रखने लगे हैं। वर्तमान में अंतरिम सरकार के तहत नोबल शास्त्री सरकार चला रहे हैं, और ऐसी खबरें हैं कि उनके समर्थक भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं।
शेख हसीना के भारत आने के कारण बांग्लादेश में भारत विरोधी भावनाएं बढ़ रही हैं। एक ओर, बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की जा रही है, वहीं दूसरी ओर, भारत से दुश्मनी का माहौल बनाया जा रहा है। बांग्लादेशियों का कहना है कि शेख हसीना मोदी जी के साथ मिलकर बांध का गेट खोलकर बांग्लादेशियों को पानी में बहा रही हैं। सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ नफरत फैलाने का अभियान चल रहा है।
पाकिस्तान इस स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि बांग्लादेश कभी पाकिस्तान का हिस्सा था। 1971 में पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के बंटवारे के बाद बांग्लादेश बना था। अब, पाकिस्तान बांग्लादेश को याद दिला रहा है कि उनका संयुक्त शत्रु भारत है।
खबर है कि बांग्लादेश अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान से गोला-बारूद मंगा रहा है। यह गोला-बारूद का उपयोग भारत के खिलाफ किया जा सकता है। इसके अलावा, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान समर्थक जमात-ए-इस्लामी पार्टी से प्रतिबंध हटा दिया है। यह पार्टी भारत विरोधी थी और अब इसे समर्थन मिल रहा है।
यह स्थिति भारत के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि बांग्लादेश पाकिस्तान के करीब जा रहा है। पाकिस्तान से गोला-बारूद और अन्य सैन्य सामग्री प्राप्त करना बांग्लादेश के इरादों को स्पष्ट करता है। बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के चलते आने वाले समय में वहां चुनाव हो सकते हैं, और पाकिस्तान के समर्थन से भारत विरोधी भावनाएं और बढ़ सकती हैं।
इसलिए, भारत को सतर्क रहना होगा और बांग्लादेश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और पाकिस्तान के साथ उसके संबंधों पर नजर रखनी होगी। हमें यह समझना होगा कि शहबाज शरीफ की सरकार बांग्लादेश को अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रही है और यह स्थिति भारत के लिए गंभीर हो सकती है।