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बदलने वाली है यूक्रेन युद्ध की तस्वीर! रूस ने दी न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन बदलने की धमकी

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बदलने वाली है यूक्रेन युद्ध की तस्वीर! रूस ने दी न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन बदलने की धमकी

एक कहानी सुनाते हैं ताकि आप रूस की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन बदलने की धमकी को समझ सकें। कहानी ऐसी है: बचपन में आपने चूहा और शेर की कहानी सुनी होगी। इसमें चूहा शेर के ऊपर बार-बार कूदता है, और शेर उसे माफ कर देता है क्योंकि वह सोचता है कि चूहा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। लेकिन अंत में शेर उसे पंजे से दबा देता है और चूहे को माफ कर देता है, और वे दोस्त बन जाते हैं। कहानी का मूल संदेश है कि कभी-कभी छोटी चीजें बड़ी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।

यदि आपने कभी जंगल में टाइगर देखा है, तो आपने सोचा होगा कि टाइगर हमला क्यों नहीं करता जबकि लोग उसे देख रहे होते हैं। इसका कारण यह है कि टाइगर ने अपने लिए एक नियम बना रखा है कि वह बड़ी गाड़ियों पर हमला नहीं करेगा क्योंकि यह ऊर्जा की बर्बादी होगी। लेकिन अगर टाइगर अपना यह नियम बदल दे, तो यह एक गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।

रूस ने अपने न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन को बदलने की धमकी दी है। रूस का कहना है कि अब वह उन पर हमला कर सकता है जिनके पास न्यूक्लियर बम नहीं हैं, यदि पश्चिमी देश यूक्रेन में बहुत सक्रिय हो जाते हैं। रूस के डिप्टी विदेश मंत्री ने कहा है कि रूस अपने न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन को बदलने पर विचार कर रहा है, और यह बदलाव अचानक हो सकता है।

वर्तमान में यूक्रेन रूस के अंदर घुसकर हमले कर रहा है और पश्चिमी देशों से हथियार प्राप्त कर रहा है। इस स्थिति को लेकर रूस का कहना है कि वह अपनी न्यूक्लियर नीति में बदलाव कर सकता है, क्योंकि पश्चिमी देशों की गतिविधियां बढ़ गई हैं।

रूस के डिप्टी विदेश मंत्री, सर्गेई रबकोव, ने कहा है कि रूस अपनी न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन बदलने पर विचार कर रहा है और यह बदलाव अचानक हो सकता है। रूस अब यह नहीं बताएगा कि वह कब और कैसे न्यूक्लियर बम का उपयोग कर सकता है।

रूस ने यह स्पष्ट किया है कि वह अब अपने नियम को बदल सकता है और इसका पता किसी को नहीं चलेगा। इसका मतलब है कि रूस अब यह तय कर सकता है कि वह किस पर न्यूक्लियर बम का उपयोग करेगा और कब करेगा।

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यूक्रेन ने हाल ही में रूस के खिलाफ सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। रूस के डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम किया, लेकिन यूक्रेन ने रूस पर दबाव बनाए रखा है और पश्चिमी देशों से समर्थन प्राप्त कर रहा है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो से फाइटर जेट्स और लंबी रेंज की मिसाइलें मांगी हैं ताकि वह रूस के अंदर और भी गहराई से हमला कर सके। नाटो देशों ने यूक्रेन को समर्थन देने का आश्वासन दिया है।

रूस की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में बदलाव एक गंभीर मुद्दा है। यूक्रेन और पश्चिमी देशों की गतिविधियों के कारण रूस अब अपने न्यूक्लियर हथियारों का उपयोग करने पर विचार कर रहा है।

यूक्रेन संकट के लिए अमेरिका और नाटो देशों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। रूस की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन का बदलाव एक गंभीर स्थिति को जन्म दे सकता है, और इसका प्रभाव भविष्य में देखना होगा। ।

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