देवताओं का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान| भारत की बांग्लादेश को सख्त चेतावनी
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारे पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में जब से शेख हसीना की सरकार हटी है, तब से वहां पर उपद्रवी और उन्मादी जनता जो शेख हसीना से खफा थी, वो उनके भारत में शरण लेने पर भारत जो कि मेजॉरिटी हिंदू राष्ट्र है, हिंदुओं को बांग्लादेश में टारगेट कर रहे हैं। ऐसा करते हुए हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। नवरात्रि के अवसरों पर दुर्गा पूजा में कई बार व्यवधान खड़ा किया गया है। हाल ही में एक शक्ति पीठ में देवी के सिर पर लगने वाला मुकुट चोरी कर लिया गया है। यह घटना एक सोची-समझी रणनीति हो सकती है, जो आस्था को आहत करने के लिए की गई है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों पर दुनिया चुप है, और भारत के भी बहुत सारे सेकुलर चुप हैं। इस पर भी लोगों के मन में प्रश्न है कि जब किसी धर्म के साथ कुछ गलत होता है, तो कई बार अपनी बातें रखने वाले लोग चुप क्यों हो जाते हैं। इस प्रकार की घटनाओं के माध्यम से देवताओं के अपमान पर चर्चा होती है।
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार आने के बाद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार फिलहाल सुर्खियों में हैं। हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं, हिंदू शिक्षक और पुजारी टारगेट किए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, शेख हसीना के जाने के बाद अल्पसंख्यकों पर 205 से अधिक हमले हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोहम्मद यूनुस को संदेश भेजकर यह सुनिश्चित करने को कहा कि अल्पसंख्यकों के साथ कोई अन्याय न हो।
हाल ही की घटना में बांग्लादेश के सतखीरा में स्थित जरो शवरी देवी के मंदिर से देवी का मुकुट चोरी हो गया है। यह मुकुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2021 में देवी को अर्पित किया गया था। नवरात्रि के दौरान यह चोरी होना आस्था को बुरा नुकसान पहुंचाने वाला कार्य है। यह मंदिर हमारी 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां माता सती के शरीर के अंग गिरे थे।
मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में चूक और चोर को पकड़ने के लिए बांग्लादेश की पुलिस की कार्यवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं। लोगों की धार्मिक आस्था के साथ हुए इस नुकसान को बांग्लादेश कैसे देखता है, यह भी एक बड़ा सवाल है। चोर की तस्वीरें और चोरी का वीडियो सामने आए हैं, जिससे यह साबित होता है कि सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है।
यहां पर यह भी प्रश्न उठाया जा रहा है कि ईश्वर अपनी रक्षा नहीं कर सकते, तो उनके अनुयायी उनकी मान्यता कैसे रख सकते हैं। ऐसे सवाल केवल ट्रोल करने के लिए होते हैं। जहां आस्था होती है, वहां तर्क वितर्क का स्थान नहीं होता। भगवान का स्वरूप और उससे भी महत्वपूर्ण भावना होती है। अगर आपके मन में श्रद्धा है, तो आपके सारे प्रश्न उत्तरित हो जाते हैं।
भारत एक सेकुलर राष्ट्र है, जिसका मतलब है कि हर व्यक्ति को अपने धर्म को मानने की स्वतंत्रता है। भारत के संविधान में धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार नागरिकों को प्रदान किया गया है। ऐसे में इस तरह के लोग जो आस्थावान लोगों पर प्रश्नचिन्ह उठाते हैं, उन्हें फिलिस्तीन में हो रही घटनाओं पर भी सवाल उठाने चाहिए।
बांग्लादेश में शेख हसीना के हटने के बाद से हालात बदतर हो गए हैं। मोहम्मद यूनुस की सरकार के आने के बाद वहां की स्थिति और खराब हो गई है। यहां पर हम मां काली के इस क्राउन को देख रहे हैं, जो चोरी हो चुका है। इस प्रकार की घटनाओं को देखते हुए यह सवाल उठता है कि ईश्वर अपनी रक्षा कर सकते हैं या नहीं। जो लोग ईश्वर की श्रद्धा को नहीं मानते, उन्हें ईश्वर पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं होना चाहिए।