क्या ट्रंप की जीत के पीछे रूस की दखलअंदाजी थी?
ट्रंप चुनाव जीत गए हैं, और उनकी जीत के बाद एक बड़ा सवाल उठता है कि इसका फायदा किसे हुआ? इस सवाल का जवाब ज्यादातर लोग पुतिन से जोड़कर देख रहे हैं। क्यों? क्योंकि बाइडन ने कई बार कहा था कि अगर वह चुनाव जीतते हैं, तो वह रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे में खत्म कर देंगे। यह बयान बहुत अहम है, और इससे यह सवाल उठता है कि क्या पुतिन ने ट्रंप की जीत में मदद की? आज के सेशन में हम इस पर चर्चा करेंगे।
इसके साथ ही हम यह भी देखेंगे कि अगर दोनों के बीच इतने अच्छे रिश्ते हैं, जैसा कि बाइडन ने चुनाव के दौरान बार-बार कहा, तो फिर यह बड़ा सवाल क्यों उठता है कि ट्रंप को पुतिन ने बधाई क्यों नहीं दी? इस सवाल को लेकर मीडिया में काफी चर्चा हो रही है। चलिए, इन तमाम सवालों का विश्लेषण करते हैं।
ट्रंप का जीत के बाद का भाषण हुआ, और हम पहले ही अंकित इंस्पायर इंडिया पर इस पर चर्चा कर चुके हैं। ताजा अपडेट के मुताबिक, ट्रंप ने 295 सीटें जीत ली हैं, जो 270 के जादुई आंकड़े से काफी ऊपर है। अब वह अगले चार साल के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बन चुके हैं, और जनवरी में उनका कार्यकाल शुरू होगा।
जैसे ही ट्रंप राष्ट्रपति बने, दुनिया भर से उन्हें बधाइयाँ मिलनी शुरू हो गईं, जिनमें सबसे प्रमुख बधाई भारत और इजराइल के प्रधानमंत्रियों की थी, जिन्होंने उन्हें दोस्त कहकर संबोधित किया। लेकिन एक बड़ी बधाई का इंतजार था, और वह थी पुतिन की बधाई। यह सवाल उठने लगा कि अगर दोनों के बीच दोस्ती है, तो पुतिन ने अभी तक ट्रंप को बधाई क्यों नहीं दी? यह सवाल मीडिया में खूब सुर्खियाँ बना।
अब, चलिए इस बात पर चर्चा करते हैं कि इन दोनों के रिश्ते किस प्रकार हैं। यू.एस. सुरक्षा एजेंसियों ने यह स्पष्ट रूप से कहा था कि रूस चुनाव में दखल दे रहा था ताकि बाइडन को हराया जा सके। इसका कारण यह था कि बाइडन ने अब तक यूक्रेन को 60 बिलियन डॉलर की मदद दी थी, जो अमेरिकी टैक्सपेयर्स का पैसा था। ट्रंप ने इसे एक बड़े मुद्दे के रूप में उठाया और कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं, तो वह इस युद्ध को खत्म कर देंगे। उनका कहना था कि अगर युद्ध रुक जाएगा, तो यूक्रेन को मिलने वाला पैसा भी रुक जाएगा, और अमेरिकी जनता का पैसा देश में ही रहेगा।
रूस के लिए बाइडन का जीतना नुकसानदेह होता क्योंकि यह युद्ध और बढ़ सकता था, जबकि ट्रंप के जीतने से रूस को उम्मीद थी कि युद्ध की स्थिति खत्म हो जाएगी। इसलिए रूस ने ट्रंप की जीत में मदद की। यही कारण है कि कई लोग मानते हैं कि रूस ने ट्रंप के समर्थन में दखलअंदाजी की।
अब, ट्रंप के रिश्ते एलन मस्क से भी जुड़े हुए हैं। मस्क ने ट्रंप को समर्थन दिया और उनके लिए चुनाव प्रचार भी किया। इस बीच, एलन मस्क ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपना एक शांति योजना भी साझा किया था। उनका कहना था कि उन क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराना चाहिए, जो रूस ने यूक्रेन से कब्जाए हैं, जैसे लोहांस्क, डोनेट्स्क और क्रीमिया। अगर ट्रंप इन क्षेत्रों में शांति स्थापित करना चाहते हैं, तो वह उनका समर्थन करेंगे।
इन सारी घटनाओं को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि ट्रंप और पुतिन के रिश्ते कुछ खास हैं, और इनकी मित्रता को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।