अमेरिका की साजिश क्या भारत को अस्थिर करने की तैयारी में है अमेरिका?
बहुत सारे लोग जान चुके हैं कि बांग्लादेश में हाल ही में जो कुछ हुआ, वह सिर्फ स्थानीय राजनीति का मामला नहीं है, बल्कि इसमें बाहरी प्रयास भी शामिल हैं। बांग्लादेश में जो घटनाएं हुईं, वे एक लंबे समय से संगठित प्रयास का हिस्सा थीं। बहुत से लोगों का कहना है कि बांग्लादेश की घटनाओं के पीछे अमेरिकी कनेक्शन हो सकता है, खासकर जब शेख हसीना ने कहा कि किसी सफेद व्यक्ति ने उनसे कहा कि या तो हमें एक आईलैंड दो या फिर आपकी सरकार को गिरा देंगे। यह बयान बहुत चर्चा में आया था और इमरान खान ने भी इसी व्यक्ति पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनकी सरकार को गिराया। डोनाल्ड लू का नाम सामने आया, जिसे शेख हसीना और इमरान खान ने अपने बयानों में शामिल किया। डोनाल्ड लू का नाम पाकिस्तान, मालदीव्स, श्रीलंका और नेपाल के मामलों में भी सामने आया है। भारत में भी यह नाम कैसे आया और क्यों आया, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में गठबंधन सरकार के चलते विदेश नीति और आंतरिक राजनीति में कई बदलाव देखे जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिका भारत में भी अस्थिरता पैदा करना चाहता है।
2019 में धारा 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने का वादा किया गया था। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने मेनिफेस्टो में पाकिस्तान से बातचीत शुरू करने की मांग की और जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। इसी दौरान, अमेरिका के डिप्लोमेट्स ने उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। सोशल मीडिया पर यह सवाल उठ रहा है कि अमेरिका चुनावों को प्रभावित कर रहा है और क्या भारत की सरकार कमजोर है।
अमेरिका के डिप्लोमेट्स ने उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की और ट्रेवल एडवाइजरी को हटाने की मांग की। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि क्या अमेरिका चुनावों को प्रभावित कर रहा है और क्या अमेरिकी डिप्लोमेट्स भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। किसान नेताओं को भी अमेरिकी दूतावास ने चाय पर बुलाया, जिससे यह सवाल उठता है कि अमेरिका भारत के आंतरिक मुद्दों में क्यों हस्तक्षेप कर रहा है।
अमेरिका ने असदुद्दीन ओवैसी से भी मुलाकात की और कई लोगों ने सवाल उठाया कि क्या यह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का संकेत है। क्या अमेरिका भारत में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है और क्या अमेरिका के दबाव में भारत की विदेश नीति बदल रही है?
अमेरिका का भारत पर दबाव बढ़ रहा है और यह सवाल उठ रहा है कि क्या अमेरिका भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका ने भारत पर दबाव डाला और भारत ने इसका विरोध किया। वर्तमान स्थिति में, अमेरिका का भारत पर बढ़ता प्रभाव और हस्तक्षेप चिंताजनक है।
भारत की विदेश नीति और अमेरिका के दबाव को लेकर चिंता बढ़ रही है। भारत को अमेरिकी हस्तक्षेप से बचाने के लिए सतर्क रहना होगा और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करनी होगी।