अब मजदूरों की भर्ती में भी हुई गड़बड़! क्या इजराइल वापस भेजेगा भारतीय मजदूर?
हाल ही में भारत से इजराइल के लिए भेजे जा रहे मजदूरों की भर्ती में गड़बड़ी की खबर सामने आई है। पिछले साल भारत और इजराइल के बीच एक बड़ा रिक्रूटमेंट ड्राइव चला था, जिसमें भारतीय मजदूरों को इजराइल में काम करने के लिए भर्ती किया गया था। इस भर्ती प्रक्रिया में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और तस्वीरें भी सामने आईं कि लोग पूरी तैयारी के साथ इजराइल जाने के लिए जुटे हुए थे।
लेकिन अब रिपोर्ट्स से खुलासा हो रहा है कि इन मजदूरों की भर्ती प्रक्रिया में काफी खामियां थीं। भेजे गए कई मजदूरों के पास आवश्यक स्किल्स की कमी थी और उन्हें काम करना नहीं आता था। ये रिपोर्ट्स दर्शाती हैं कि कई लोगों को तो हथौड़ा पकड़ना तक नहीं आता था, और उनका सिलेक्शन ही गड़बड़ था। इस स्थिति ने भारत के रोजगार बाजार और संबंधित संस्थानों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पृष्ठभूमि में यह भी है कि अक्टूबर 2023 में गाजा और इजराइल के बीच संघर्ष शुरू हुआ था। इजराइल ने गाजा से आने वाले मजदूरों की भर्ती पर रोक लगाई थी और हजारों लोगों को वापस भेज दिया था। इसके बाद, इजराइल ने भारत से मजदूरों की भर्ती की योजना बनाई, क्योंकि भारत में बड़ी संख्या में लोग रोजगार की तलाश में थे।
भारत और इजराइल सरकार के बीच इस पर सहमति बनी कि भारत से मजदूरों को इजराइल ले जाया जाएगा, जहां उन्हें अच्छी सैलरी और अन्य लाभ दिए जाएंगे। इसके लिए भारत में आईटीआई और अन्य संस्थानों द्वारा एक रिक्रूटमेंट ड्राइव आयोजित किया गया। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, भेजे गए मजदूरों में से कई के पास आवश्यक कौशल की कमी थी।
अब, इजराइल ने उन मजदूरों को वापस भेजने का निर्णय लिया है, जिन्हें काम की योग्यता की कमी के कारण सही से काम नहीं कर पा रहे थे। इजराइल की योजना है कि वे अपने देश में बेरोजगार लोगों को ट्रेनिंग देंगे, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों।
इस स्थिति ने भारत के प्रशिक्षण संस्थानों और सरकारी प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े किए हैं। सवाल यह उठता है कि क्या इन संस्थानों ने सही से ट्रेनिंग दी थी और क्या भारत सरकार ने उचित कदम उठाए थे।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है कि भविष्य में रोजगार की भर्ती और प्रशिक्षण की प्रक्रिया में सुधार किया जाए, ताकि ऐसे मुद्दे फिर न उठें और लोगों को सही स्किल्स और प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।