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अब जेनेटिक मच्छर से मलेरिया को खत्म किया जायेगा

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जिबूती ने जेनेटिकली मॉडिफाइड मच्छर छोड़कर मलेरिया को नियंत्रित करने का प्रयास किया है। इस प्रक्रिया में मेल मच्छर पैदा किए गए हैं जो मादा मच्छरों के साथ मिलकर नए मच्छर पैदा करेंगे, लेकिन ये नए मच्छर या तो मेल होंगे या जल्दी मर जाएंगे, जिससे मच्छरों की संख्या कम होकर मलेरिया पर काबू पाया जा सकेगा।

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मेरे साथ में आज मच्छर की खबर है इसमें आपको साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अंदर मैं चर्चा कर रहा हूं| एक मच्छर की जिसे बदल दिया गया और बनाकर उसे जेनेटिकली मॉडिफाई कर दिया गया| जेनेटिकली मॉडिफाई किया गया यह जो मच्छर मलेरिया

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फैलाता hai. एनाफिलीज है मलेरिया फैलाता है और मलेरिया को लेकर के अफ्रीका का एक देश है जिसका नाम है जिबूती उसने एक जेनेटिकली मॉडिफाइड मच्छर को और मच्छरों के साथ छोड़ दिया है यानी कुछ मच्छर उन्होंने पैदा किए पैदा करके मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के बीच फैला छोड़ दिए अब उनके छोड़ने से मलेरिया कंट्रोल हो जाएगा कैसे हो जाएगा आइए आज के सेशन में जानते हैं हेडलाइन है कि जिबूती रिलीजस जेनेटिकली मॉडिफाइड मो टू फाइट मलेरिया कैसे सुर्खी है अब यह जिबूती कहां है जिबूती जहां पर ऐसा किया जा रहा है| अपने आप में एक बड़ी बात है|

अफ्रीका का एक कंट्री हॉर्न ऑफ अफ्रीका नेशन हॉर्न ऑफ अफ्रीका बोले तो अफ्रीका को अगर आप ध्यान से देखें तो यह जो चार देशों का समूह है ना इथोपिया एरिट्रिया जिबूती सोमालिया ये इनमें से एक देश है जिबूती जिबूती के अंदर एक लेबोरेटरी ने

बकायदा मच्छर छोड़ा है और वो मच्छर एक नहीं है कई मच्छर छोड़े हैं मलेरिया

कंट्रोल करने बोले सर मच्छर से तो मलेरिया फैलता है तो उससे कंट्रोल कैसे होगा| और यह दुनिया में पहली बार नहीं हो रहा है दूसरी बार हो रहा है इससे पहले भी हो चुका है कहां हो चुका है इन्हीं के पड़ोस में कंट्री है बुर्किना फासो बुर्किना फासो में पहले भी ऐसा हो चुका है इसका मतलब यह हुआ कि अफ्रीका वाले ज्यादा एडवांस नहीं हो गए |

 जिबूती गरीब जिनके पास खाने के लिए दाने नहीं है वह जेनेटिकली मॉडिफाइड

मच्छर से मलेरिया मार रहे हैं | इंटेलिजेंट हो गए भाई इसलिए हो गए इसलिए

इंटेलिजेंट कि ऐसा तो नहीं है यह प्रयोगशाला बने हुए हो क्योंकि बहुत सारी

दवाओं का बहुत सारी टेक्नोलॉजीज का इसी तरह से जैसे चूहों पर प्रयोग होता है|

अफ्रीका के अंदर स्थित एक कंट्री है अब यहां पर क्या हो रहा है ऑक्सीटेक नाम की

एक बायोटेक्नोलॉजिकल कंपनी है इस ऑक्सीटेक नाम की कंपनी जो कि यूके के द्वारा आधारित है लेकिन अमेरिका का इसके ऊपर स्वामित्व है यानी कंपनी यूके बेस्ड है लेकिन इसका मालिक अमेरिका वाला है उन्होंने अपने द्वारा कुछ मच्छर बनाए हैं यह जो मच्छर बनाए हैं यह मेल मच्छर हैं| अब ये जो मेल मच्छर मेल मॉस्किटो हैं इन मेल मॉस्किटोस में एक ऐसा जीन डाल दिया गया है जिनसे जब भी कोई संतान पैदा होगी वह संतान मेल ही होगी| ऐसा तो इनमें जीन बदल दिया गया है| नंबर दो दूसरा अगर फीमेल संतान पैदा होती है तो वह ज्यादा दिन तक जिंदा नहीं रहेगी अर्थात जिस समय वह काटने की स्थिति में पहुंचेगी उससे पहले ही मर जाएगी|

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इंटरेस्टिंग फैक्ट यह है कि जिस बीमारी से यह फैल रहा है एनाफिलीज की जो मलेरिया जिस बीमारी जिस मच्छर से फैल रहा है उसमें मादा मच्छर के द्वारा ही मादा मच्छर के

द्वारा ही काटने पर मलेरिया फैलता है जो मेल मच्छर है उसके काटने से मलेरिया

फैलता ही नहीं है प्राकृतिक रूप से भी ऐसी स्थिति में मेल मच्छर जो है वह तो

सुरक्षित हो गया और जो मादा मच्छर है जिसके काटने से बीमारी फैलती है अब उसकी

संख्या को कम करने के लिए जो मेल मच्छर है उसको जेनेटिकली मॉडिफाई कर दिया गया ताकि जब मेल और फीमेल के बीच में मेटिंग होगी और नए मच्छर पैदा होंगे तो नए मच्छरों में या तो मेल बनेंगे जो कि काटेंगे ही नहीं और अगर फीमेल बनते हैं तो जल्दी मर जाएंगे| ऐसी स्थिति में मेल्स की संख्या तो ज्यादा हो जाएगी और फीमेल की संख्या कम हो जाएगी और फीमेल की संख्या कम होते ही मच्छरों का खात्मा हो जाएगा इस तरह का विचार करके इन मच्छरों को छोड़ा गया है |

अब सवाल बनता है जेनेटिकली मॉडिफाइड होता क्या है देखिए जो

भी व्यक्ति दिख रहा है मैं दिख रहा हूं आप हैं हम सभी हमारे जिस रूप में विजिबल हैं

यह सारे रूप फीनो टाइप्स हैं फेनोटाइप्सका मतलब यह हुआ कि हम किसी जीन के कारण बने हुए प्रारूप हैं हमारा जो अपीयरेंस है वह हमारा फेनोटाइप है हम लेकिन ऐसे क्यों बने इसके लिए कुछ जीन जिम्मेदार हैं हमारे कुछ जीनोम सिक्वेंस ऐसे हैं जिनकी वजह से हमारा यह रूप बनकर आया है यानी कि कुछ जीनोटाइप हमारे पर्टिकुलर फेनोटाइप के लिए जिम्मेदार हैं यही कारण है कि मैं कैसा दिखता हूं आप कैसे दिखते हैं हम सब अलग-अलग प्रकार के हैं हमारी सारी चीजें जीनों द्वारा निर्धारित होती हैं अगर आज मेरा एक विशिष्ट रंग है अगर मेरी आंखों का एक विशिष्ट रंग है मेरे चेहरे की एक

विशिष्ट बनावट है मेरे बालों का एक विशिष्ट कलर है अगर मैं जब बचपन में मां

के गर्भ में गया उससे पहले ही उस दौर में ही अगर जीन में परिवर्तन कर गया होता और

एक ऐसा जीन डाल दिया होता जिसकी वजह से नया बच्चा जो पैदा होता उसमें वह

पर्टिकुलर फीचर होता ही नहीं विचार कीजिए आज एक ऐसा बच्चा प्लान किया जाए |

जिसकेअंदर सबसे दुनिया के बेस्ट फीचर्स डाल दिएजाए क्या यह संभव है बिल्कुल इस प्रकार के बच्चे आजकल प्लान चल ही रहा है कि ऐसे बच्चे प्लान किए जाएं जिन्हें प्रॉपर

तरीके से जेनेटिकली मॉडिफिकेशन को यूज मिलाकर के बायोटेक्नोलॉजी को यूज में लाकर पैदा किया जाए तो जीन के स्तर पर ही अगर परिवर्तन किया जाए तो फेनोटाइप सुधर जाएगा|

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