सीमांचल एक्सप्रेस में भारी भीड़, प्रयागराज महाकुंभ के लिए यात्रियों की जद्दोजहद
रेलवे स्टेशनों पर लगातार अनाउंसमेंट किए जा रहे हैं कि नागरिक समझदारी से पेश आएं और पुलिस कर्मी भीड़ को नियंत्रित करते रहें। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के कारण रेलवे स्टेशनों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। लेकिन इसके बावजूद स्थिति ऐसी बन गई है कि ट्रेन में बैठे यात्रियों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, और बाहर खड़े लोगों के लिए ट्रेन में चढ़ना नामुमकिन हो रहा है।
इस भीड़ को नियंत्रित करने की भरसक कोशिश की जा रही है, लेकिन कई जगह यात्रियों को घंटों खड़े होकर यात्रा करनी पड़ रही है। कुछ स्थानों पर स्थिति इतनी बिगड़ गई कि एसी कोच की खिड़कियों तक के शीशे तोड़ दिए गए।
कटिहार स्टेशन पर बांस युद्ध जैसी स्थिति
बिहार के कटिहार रेलवे स्टेशन पर एक ऐसी ही घटना सामने आई है। आज तक के रिपोर्टर विपुल राहुल की रिपोर्ट के अनुसार, सीमांचल एक्सप्रेस, जो बिहार के जोगबनी से प्रयागराज होते हुए दिल्ली जा रही थी, जब कटिहार स्टेशन पर रुकी, तब भीड़ बेकाबू हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि पहले से ट्रेन में बैठे यात्रियों ने खिड़कियां और दरवाजे बंद कर लिए, ताकि और लोग अंदर न आ सकें।
बाहर खड़े यात्रियों ने दरवाजे और खिड़कियां खोलने की कोशिश की, जिससे बहस शुरू हो गई। विवाद बढ़ते ही लाठी-डंडे चलने लगे, और खिड़की के पास बैठे यात्रियों पर वार किए गए। सोशल मीडिया पर इस घटना को ‘बांस युद्ध’ तक कहा जा रहा है, तो वहीं कुछ लोग इसे रेलवे की अव्यवस्थाओं का उदाहरण बता रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है।
महाकुंभ के कारण हर ट्रेन में भारी भीड़
प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने के लिए लाखों श्रद्धालु लगातार पहुंच रहे हैं, जिससे लगभग हर ट्रेन में भारी भीड़ है। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि सीट आरक्षित होने के बावजूद बैठने की जगह नहीं मिल रही।
आज 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का दिन है और महाकुंभ का पांचवा शाही स्नान आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के आला अधिकारी पूरी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार के अनुसार, महाकुंभ 2025 का यह पांचवा शाही स्नान है, और इसके बाद महाशिवरात्रि का स्नान होगा।
मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान हुई अव्यवस्थाओं के बाद प्रबंधन में नई तकनीकों को अपनाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ‘बिल्ड बैक बेटर’ तकनीक के तहत पहले से बेहतर व्यवस्थाएं लागू की गई हैं, जिससे इस बार कुंभ में अब तक 46 से 47 करोड़ श्रद्धालु आ चुके हैं।

भारी भीड़ के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार
भले ही सोशल मीडिया पर अव्यवस्थाओं और भीड़ के कई वीडियो वायरल हो रहे हों, लेकिन कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं हो रहा। लाखों लोग हर दिन पहुंच रहे हैं, ट्रेनों में जगह नहीं मिल रही, फिर भी लोग किसी भी तरह प्रयागराज पहुंचने के लिए तैयार हैं।
कुछ किलोमीटर पैदल चलने के बावजूद श्रद्धालु मुस्कुराते हुए कहते हैं— “कुछ दूर पैदल चल लिए तो क्या हुआ? कुंभ हर साल थोड़ी आता है!”