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सलमान रुश्दी चाकू हमला दोषी को कितनी सजा?

सलमान रुश्दी चाकू हमला दोषी को कितनी सजा?

सलमान रुश्दी चाकू हमला दोषी को कितनी सजा?

12 अगस्त 2022 की एक धूप भरी सुबह, न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला किया गया। इस घटना का जिक्र उन्होंने अपनी किताब नाइफ: मेडिटेशन आफ्टर एन अटेम्प्टेड मर्डर में किया है। इस हमले के आरोपी, 27 वर्षीय हादी मता को न्यूयॉर्क की अदालत ने दोषी करार दिया है। हमले के दौरान रुश्दी की एक आंख की रोशनी चली गई और उन्हें गंभीर चोटें आईं।

कोर्ट में हादी मता का व्यवहार
मुकदमे के दौरान हादी मता ने खुद को निर्दोष साबित करने की कोई कोशिश नहीं की। कोर्ट में आते-जाते समय वह सिर्फ “फ्री फिलिस्तीन” कहता रहा। न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में उसने स्वीकार किया कि वह सलमान रुश्दी को पसंद नहीं करता था और उनके विचारों से असहमत था। उसने यह भी कहा कि रुश्दी ने इस्लाम पर हमला किया था, इसलिए उसने उन पर हमला करने का फैसला किया।

सलमान रुश्दी की गवाही
77 वर्षीय सलमान रुश्दी ने कोर्ट में अपनी गवाही के दौरान बताया कि हमले में उनके सिर, गर्दन, धड़ और बाईं हथेली पर गंभीर चोटें आईं। उनकी एक आंख की रोशनी चली गई, और उनके लिवर व आंतों को भी नुकसान पहुंचा। उन्होंने अपनी दाहिनी आंख पर काले लेंस वाला चश्मा हटाकर अदालत को अपनी चोटें दिखाईं। हमले के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। दुनिया भर के नेताओं, जैसे जो बाइडेन, इमैनुएल मैक्रों और बोरिस जॉनसन, ने उनका समर्थन किया।

सलमान रुश्दी चाकू हमला दोषी को कितनी सजा

हमले से पहले आया था सपना
रुश्दी ने अपनी किताब में लिखा कि हमले से कुछ दिनों पहले ही उन्होंने एक सपना देखा था, जिसमें उन पर इसी तरह का हमला हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि हमले के बाद लंबे समय तक उन्हें बुरे सपने आते रहे, लेकिन लोगों के प्यार और समर्थन ने उन्हें हिम्मत दी।

सैटेनिक वर्सेज और विवाद
सलमान रुश्दी का जन्म भारत के एक मुस्लिम कश्मीरी परिवार में हुआ था। 1988 में उन्होंने सैटेनिक वर्सेज नामक उपन्यास लिखा, जिसमें पैगंबर मोहम्मद के जीवन के कुछ हिस्सों को काल्पनिक रूप में प्रस्तुत किया गया था। इस पर मुस्लिम समुदाय में गहरा आक्रोश फैला और इसे इस्लाम का अपमान माना गया। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खुमैनी ने रुश्दी की हत्या का फतवा जारी कर दिया और उनके सिर पर लाखों डॉलर का इनाम रखा गया। हालांकि, ईरान ने 2022 के हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार कर दिया था।

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