विश्व युद्ध की ओर: रशिया का ICBM हमला और उसके गंभीर संदेश
जैसा कि आप सभी जानते हैं, दुनिया के अंदर बढ़ते युद्ध के इस संकट में, जैसे-जैसे हम विश्व युद्ध की ओर बढ़ते जा रहे हैं, ये सुर्खियां बहुत मायने रखती हैं। आपको मालूम होगा कि बाइडन ने जाते-जाते जेलेंस्की को अनुमति दी कि वह लॉन्ग रेंज मिसाइल्स का उपयोग कर सके। जैसे ही लॉन्ग रेंज मिसाइल की अनुमति मिली, अमेरिका की खुद सबसे पहले टेंशन बढ़ गई कि कहीं ना कहीं रशिया कल रात को बम गिरा देगा, और अमेरिका का प्रेडिक्शन कभी गलत नहीं होता।
अमेरिका ने पहले ही प्रिडिक्ट कर दिया था कि रशिया बड़ा हमला करेगा। इसी कारण अमेरिका ने अपनी एंबेसी बंद कर दी थी और दुनिया के बहुत से देशों ने युद्ध की तैयारियां शुरू कर दी थीं। खाना-पानी भी संभाल कर रखना शुरू कर दिया था कि बम फटेगा तो हमें क्या करना है। हमने इसके ऊपर सेशन कर दिया था। यही कारण है कि अमेरिका ने कल अपनी एंबेसी बंद कर दी थी और इसके चलते हुए दुनिया के बहुत से देशों ने युद्ध की तैयारियां शुरू कर दी थीं।

रशिया ने यूक्रेन पर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का उपयोग किया है। ICBM का मतलब होता है एक कॉन्टिनेंट से दूसरे कॉन्टिनेंट तक मार करने वाली मिसाइल। रशिया के पास ऐसी मिसाइलें हैं जो 9000 किमी तक भी मार कर सकती हैं। यह पहली बार है जब किसी युद्ध में ICBM का उपयोग किया गया है। 1959 में पहली बार यूएसएसआर ने ICBM मिसाइलें बनाई थीं जिनका उद्देश्य अमेरिका को डराना था। इस मिसाइल की खासियत यह है कि पहले यह आकाश में जाती है, गायब हो जाती है और फिर धम से लौट आती है।
ICBM मिसाइलें न्यूक्लियर बॉम गिराने के लिए भी उपयोग में ली जाती हैं। इसका मतलब यह भी है कि रशिया अमेरिका और यूरोप को भी निशाना बना सकता है। इस हमले का संदेश दुनिया को यह है कि रशिया गंभीर है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
इस घटना के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है। रशिया के पास 5500 मिसाइल्स हैं जो पूरी दुनिया में कहीं भी हमला कर सकती हैं। अब क्या होने वाला है और क्या बड़ी घटनाएं हो सकती हैं, उनके ऊपर भी हम ध्यान रखेंगे।
इस हालात के बीच हमारी पढ़ाई और जीवन पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए इन चीजों को ध्यान में रखना जरूरी है।