रूस में हुआ 9/11 जैसा हमला पुतिन की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल
आपके साथ एक ताजे अपडेट के साथ हूं, जो रूस और यूक्रेन से जुड़ा हुआ है। हाल ही में, आपने और मैंने पुतिन को दुनिया के बड़े राष्ट्राध्यक्षों या फिर सैन्य तानाशाहों के साथ मुलाकात करते हुए देखा। हाल ही में, उन्होंने कज़ान शहर में एक ब्रिक्स सम्मेलन भी आयोजित किया था, जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। यही कज़ान वही शहर है, जहां अक्टूबर 2024 में बिल्कुल 9/11 जैसा हमला हुआ है। पुतिन इस बात से काफी चिंतित हैं।
लेकिन बड़ी बात यह है कि यह हमला एक व्यक्ति के कारण हुआ है। अगर आप 9/11 को याद करें, तो अमेरिका में ट्विन टावर्स और पेंटागन पर हुआ वह आतंकी हमला था, और इस बार यह हमला हवाई जहाज से नहीं, बल्कि अनमैनएड एरियल व्हीकल्स (जैसे ड्रोन और यूएवी) से किया गया है। पुतिन के राज में, और वह व्यक्ति जो दुनिया में अपने एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम के लिए जाना जाता है, उसके शहर में ऐसा हमला हुआ है। यह शहर, कज़ान, जिसे रूस की तीसरी राजधानी भी कहा जाता है, एक रिहायशी इलाके में यह हमला हुआ। यह हमला एक ऐसी घटना थी, जो कि रूस के सबसे बड़े शहरों से लगभग 1000 किलोमीटर दूर हुई।
आप इसे बिल्कुल वैसा ही अनुभव कर सकते हैं, जैसा अमेरिका ने 2001 में महसूस किया था। यह हमला 9/11 जैसा ही था। जब अमेरिका पर आतंकी हमले हुए थे, तो यह हमला भी उसी अंदाज में हुआ था। रूस का कहना है कि उसका डिफेंस सिस्टम बेहद मजबूत है, लेकिन इस हमले ने उसके इस दावे पर सवाल उठा दिया है। ड्रोन ने रूस के सबसे अहम शहरों में से एक, कज़ान में जाकर रिहायशी इलाकों पर हमला किया। इस हमले से यह सवाल उठता है कि क्या रूस के डिफेंस सिस्टम सचमुच इतना मजबूत है, जैसा वह दावा करता है?
यह हमला न सिर्फ रूस के डिफेंस सिस्टम पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि रूस की शक्ति को चुनौती दी जा रही है। अगर हम पिछले कुछ महीनों की घटनाओं पर गौर करें, तो रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष में यूक्रेन ने कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिनसे रूस को काफी बड़ा धक्का लगा है। 17 दिसंबर को, रूस का एक बड़ा जनरल, जो न्यूक्लियर प्रोटेक्शन फोर्स का प्रमुख था, रूस की राजधानी मास्को में मारा गया। इस घटना के बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला किया।

यूक्रेन की तरफ से लगातार रूस के भीतर घुसकर हमला करने की कोशिश की जा रही है। यह वही तरीका है, जिसे रूस ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। रूस का मानना था कि उसका डिफेंस सिस्टम इतना मजबूत है कि उसे किसी भी तरह के हमले से कोई खतरा नहीं हो सकता। लेकिन अब ड्रोन के हमले ने उसकी इस धारणा को चुनौती दी है।
इसमें कोई शक नहीं कि रूस ने कई सालों से अपनी डिफेंस टेक्नोलॉजी को बेहद मजबूत किया है। उसने एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम विकसित किए हैं, लेकिन ड्रोन जैसे छोटे टारगेट्स को पकड़ पाना उसके लिए मुश्किल साबित हो रहा है। यह सवाल उठता है कि रूस के पास ऐसा क्या कदम है, जो ड्रोन जैसे हमलों को रोक सके?
हाल ही में, रूस ने इस समस्या से निपटने के लिए रेडियो जैमिंग सिस्टम और ड्रोन का मुकाबला करने के लिए कुछ नई तकनीकों पर काम किया है, लेकिन क्या यह पर्याप्त होगा? यह भविष्य में देखना होगा।