नई दिल्ली रेलवे स्टेशन महाकुंभ भगदड़
रात करीब 1 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक दुखद घटना घटी, जहां प्रयागराज महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की भीड़ में भगदड़ मच गई। यह घटना प्लेटफॉर्म नंबर 14, 15 और 16 पर हुई, जहां मौजूद चश्मदीदों ने हड़कंप और अफरातफरी के दृश्यों का वर्णन किया।
चश्मदीदों ने बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर 15 के पास ब्रिज की सीढ़ियों से लोग गिर रहे थे, जिससे भीड़ में कुचलने की स्थिति पैदा हो गई। एक व्यक्ति ने बताया कि उन्हें लंबे समय तक भीड़ से लोगों को बाहर निकालने की कोशिश करनी पड़ी। एक महिला ने अपना दर्दनाक अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर भीड़ में लंबे समय तक फंसी रहीं। एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि उनके परिवार के कई सदस्य भगदड़ में फंसने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं।
चश्मदीदों ने यह भी दावा किया कि घटनास्थल पर आरपीएफ या पुलिस की तत्काल मौजूदगी नहीं थी, और लोगों को एक-दूसरे को बचाने के लिए खुद ही प्रयास करना पड़ा। रेलवे विभाग के एक डीसीपी ने बाद में बताया कि भगदड़ सीमित जगह पर अधिक भीड़ होने के कारण हुई, जो दो ट्रेनों के देरी से आने के कारण और बढ़ गई। इसके चलते लोग गिरे और अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई।
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, जिसमें अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। करीब 10 लोग घायल हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है, और संख्या बढ़ सकती है। घायलों का इलाज एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग जैसे अस्पतालों में किया जा रहा है।

यह घटना पहली बार रात करीब 11:30 बजे सामने आई, जब शुरुआती रिपोर्ट्स में केवल घायल होने की बात कही गई थी। हालांकि, जैसे-जैसे स्थिति सामने आई, यह स्पष्ट हो गया कि इसमें मृतक भी हैं। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई राजनीतिक नेताओं ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, और एनडीआरएफ सहित बचाव दलों को घटनास्थल पर भेजा गया है।
स्थिति के विकसित होने के साथ, न्यूज़ रूम और जमीनी स्तर से और अपडेट्स की उम्मीद है। एनडीआरएफ की टीम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच चुकी है, और इस दुखद घटना के बाद के प्रभावों को संभालने के प्रयास जारी हैं।