Headlines

ट्रंप के आने से पहले ईरान में सत्ता परिवर्तन

5555542

ट्रंप के आने से पहले ईरान में सत्ता परिवर्तन: सुप्रीम लीडर खामेनी ने छोड़ा पद, बेटे को बनाया उत्तराधिकारी

खबर है कि ट्रंप के आने से पहले ही ईरान के जो सुप्रीम लीडर हैं, खाम ने अपना पद छोड़ दिया है और अपने बेटे को उत्तराधिकारी बना दिया है। खबर यह भी है कि वह खेमन, जो गाजा वॉर में इजराइल और हमास में हमास के साथ थे, इजराइल और लेबनान में हिज्बुल्लाह के साथ थे। हिज्बुल्लाह जिसे इजराइल लगातार फायर के थ्रू खत्म किए जा रहा है, उस खेमई ने हाल ही में अपने आप को ईरान के सुप्रीम लीडर के पद से हटा दिया है। यह खबर ऐसे समय पर आ रही है जब ट्रंप के आने से पहले कतर ने इजराइल और हमास के बीच में मध्यस्थता करने से इंकार कर दिया हो। ऐसे में खेमन का पद छोड़ देना बड़ी न्यूज़ बन जाती है।

आपको याद होगा कतर ने जब हाल ही में कहा था कि वह मध्यस्थ नहीं बनेगा, इस पर हमने सेशन किया था। अब बड़ा सवाल यह बनता है कि ट्रंप के आने से पहले, ईरान वर्सेस इजराइल का अब क्या होगा? वह ईरान-इजराइल जो एक-दूसरे के सामने दुश्मनी निभा रहे थे। लास्ट अटैक इजराइल का ही ईरान पर हुआ था अक्टूबर 26 को, उसके बाद से ईरान का अभी तक रिटेल नहीं हुआ है। यानी कि इजराइल के ऊपर ईरान ने कोई हमला नहीं किया है। हमले का सारा सूत्रधार हमेशा ईरान के ये सुप्रीम लीडर होते हैं जिनका नाम खाम है। हाल ही में इन्हीं के बारे में सुर्खियां आ रही हैं कि इन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

आपको मैं क्लियर कर दूं कि यहाँ का सुप्रीम लीडर अलग होता है और राष्ट्रपति अलग होता है। पजश कियन फिलहाल राष्ट्रपति हैं और यह फिलहाल सुप्रीम लीडर हैं। सुर्खियां बनी हुई हैं कि ईरान के सुप्रीम लीडर अली खेमन कोमा में चले गए हैं और ऐसे में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर अपने बेटे को उत्तराधिकारी बना दिया है। सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह की तस्वीरें वायरल हैं जिसमें यह कोमा में बेड पर इस तरह से लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं और इनके शुभचिंतक इनके लिए दुआएं कर रहे हैं।

2mj78juui

ऐसी तस्वीरें बाहर आती हैं जिसमें सोर्सेस इन ईरान करके लिखा जा रहा है कि ईरानियन लीडर अली खमन जो 85 वर्ष के हैं, वह कोमा में चले गए हैं। कोमा में जाने के कारण उन्होंने अपना पद छोड़ दिया है। यह तमाम खबरें आप देख रहे हैं, लेकिन इन खबरों में सबसे बड़ा क्रेडेंशियल सोर्स क्या है? तो जनरली इजराइल और हमास के बीच जब या इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच जब कंफ्लेक्ट्स समय बहुत ज्यादा एंड ऑसम करके वीडियो है मतलब हैंडल है, इसने इस न्यूज़ पर लिखा मिशन कंप्लीट और इस मिशन कंप्लीट में यह लिखा गया कि ईरानियन लीडर अली खैम नई, जो 85 वर्ष के हैं, वह कोमा में चले गए हैं। यह बिल्कुल वैसे ही था जब नजर नसरुल्ला मारा गया था, उस समय भी इसी तरह की खबरें आई थी। तो इस तरह की खबरें फिर से आना यह दिखाता है कि खेमन को क्या कुछ हो गया है। क्या इधर आप देखें सटर कल नाम से जो वह है, इसने इस बात को लिखा अनकफर्म्ड खबर है कि हो सकता है कि वह डेथ बेड पर हो। ठीक है, ऐसी अटकले आने लगी कि वह कोमा में चले गए हैं और गंभीर रूप से बीमार हैं। और इसके पीछे प्रमाण यह दिए जाने शुरू हुए कि 7 नवंबर के बाद से ये जो हुसैन खाम है, इन्होंने उसके बाद इनका कोई भी ट्वीट नहीं है।

अयातुल्ला खेमन और खेमन आईआर नाम से जो दोनों जानकारी देते थे, इनकी खबरों के ना आने से लोगों ने इस बात को ज्यादा बल दिया कि वह संभवतः बुजुर्ग थे, कोमा में चले गए हैं और उन्होंने अपना पद छोड़ दिया है।

अब जब इतनी बातें हो रही हैं तो थोड़ा सा इनके बारे में और जान लेते हैं कि यह लीडर कौन है? अयातुल्ला अली खेमन तो साहब, यह 85 वर्ष के व्यक्ति अली खेमन जो हैं, इनका जन्म 1939 को ईराक में हुआ था। और यह व्यक्ति इस समय ईरान में बहुत लंबे अरसे से, मतलब 1981 में यह ईरान के राष्ट्रपति बने थे और खुमैनी की मौत के बाद यह सुप्रीम लीडर बने थे। 1989 से 1981 तक प्रेसिडेंट रहे और प्रेसिडेंट के बाद ईरान के तब से लेकर अब तक सुप्रीम लीडर बने हुए हैं। पिछले 35 सालों से ईरान के हर बड़े फैसले को यही लेते हैं। इनके बाद प्रेसिडेंट का नंबर आता है। इनके छह बच्चे हैं और यह 1989 से फिलहाल सुप्रीम लीडर हैं।

अब बड़ा सवाल यह है कि जब सुप्रीम लीडर हैं, तो काम क्या करते हैं? तो देखिए असल में ईरान के अंदर कोई भी जानकारी, चाहे फौज से रिलेटेड हो या फिर खुफिया जानकारी और अभियानों से रिलेटेड हो, वो सब कुछ यही कंट्रोल करते हैं। मतलब एक प्रकार से इनकी न्यायपालिका, सरकारी रेडियो टेलीविजन नेटवर्क, इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉप्स, इन सबके हेड यही हैं। यानी सुप्रीम लीडर मतलब सब तरह से सुप्रीम लीडर यही हैं, इन्हीं के द्वारा सारे कार्य किए जाते हैं।

अब ऐसे में इनके द्वारा अपना पद छोड़े जाना संभव कैसे हुआ होगा और कौन इनके स्थान पर किसी अन्य को बिठाए? इसके लिए आपको थोड़ी जानकारी और चाहिए। जानकारी यह है कि अयातुल्ला अली खैम ने ईरान की जो काउंसिल ऑफ गार्जियन है, उसके 12 सदस्यों में से छह सदस्यों को खुद नियुक्त करते हैं। इन्हीं की देखरेख में जो संसद की गतिविधियों को मॉनिटर करती है, मतलब एक प्रकार से संसद और उसका राष्ट्रपति, उसको सुप्रीम लीडर ही मॉनिटर करता है। एक तरह से चेक एंड बैलेंसस गार्ड ऑफ ये जो काउंसिल ऑफ गार्जियन है, इसके थ्रू कंट्रोल करता है। काउंसिल ऑफ गार्जियन तय करती है कि कौन से उम्मीदवार सार्वजनिक पदों के लिए योग्य हैं।

इनकी खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार जानकारी निकलती है कि यह 200 बिलियन से ज्यादा की वर्थ रखते हैं। मतलब शुरुआत में तो 95 बिलियन डॉलर की वर्थ आई थी, लेकिन फिलहाल जो खबरें मार्केट में हैं, उसके अकॉर्डिंग इनके पास जो रोकड़ा है, वो 200 बिलियन डॉलर से ज्यादा है। इनकी कमाई के अधिकांश सोर्सेस में तेल से होने वाली कमाई है। तो ना केवल इनके पास पावर है, बल्कि इनके पास पैसा भी भरपूर है। ऐसे व्यक्ति के बारे में इस तरह की खबरें आना सही है या गलत, तो चलिए थोड़ा उस बारे में भी जान लेते हैं। जानकारी यह है कि जहां एक और ऐसी तस्वीरें दिखाई जा रही हैं, यह तस्वीरें बड़ी पुरानी तस्वीरें हैं, जिन्हें फेक तरीके से प्रमोट किया जा रहा है। यह तस्वीरें पुरानी हैं, इसका मतलब आज से इनका कोई रिलेशन नहीं है। लेकिन ईरान की तरफ से इस खबर को बकायदा दरकिनार करते हुए एक वीडियो डाला गया। ईरान इंटरनेशनल इंग्लिश के द्वारा 18 नवंबर को। इसमें आप देख रहे हैं, खेमन स्वस्थ खड़े हैं और वह यहां एक व्यक्ति के साथ बातचीत कर रहे हैं। यह व्यक्ति कौन है? तो मैं बता दूं, लेबनान में ईरान की तरफ से नियुक्त एंबेसेडर है, जिसकी आंख फट गई थी जब पेजर धमाके हुए थे। तो ये इनसे पूछ रहे हैं कि तुम्हारी तबीयत ठीक है, तुम्हारी लेफ्ट आई क्या फिलहाल सही है? तुम्हारी आंख में जो चोट लगी थी, वो सही है? मतलब यह बात यह है कि यहां पर सुप्रीम लीडर को स्वस्थ दिखाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि 7 नवंबर की मीटिंग में ये इस तरह से एक दूसरे के साथ दिखे थे।

फिलहाल जो भी है, अभी भी ईरान के सुप्रीम लीडर के टैलेंट मतलब उससे कि इन्होंने अपने बेटे को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, वह बेटा कौन है? तो वो बेटा है मुजाहिरदीन खेमनी, अली खेमनी का बेटा मुजाहिरदीन फिलहाल अब उनके बाद के उत्तराधिकारी हैं। यानि कि ईरान का अगला सुप्रीम लीडर इनका बेटा बनेगा। यानि अली खेमनी के बाद मुजाहिरदीन को सत्ता सौंपी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *