Headlines

क्या अमेरिका चुनावी मुद्दों में भारत की नकल कर रहा है?

Panchayat 3 1

क्या अमेरिका चुनावी मुद्दों में भारत की नकल कर रहा है?

अमेरिका इस समय चुनावी माहौल में है, और चुनाव की तैयारियां और प्रचार पूरे जोर-शोर से चल रहे हैं। चार साल में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव इस बार भी काफी दिलचस्प होते जा रहे हैं। ट्रंप और कमला हैरिस के बीच की टक्कर कुछ हद तक भारत के चुनावी मुद्दों से मिलती-जुलती नजर आ रही है।

भारत में जब पिछले लोकसभा चुनाव हुए थे, तो प्रधानमंत्री पर तानाशाही का आरोप लगाया जा रहा था। अब अमेरिका में भी कुछ ऐसा ही माहौल बन रहा है, जहां ट्रंप को तानाशाह के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा, जैसे भारत में ध्रुवीकरण (पोलराइजेशन) के मुद्दे उठाए जाते हैं, वैसे ही अमेरिका में भी समाज का ध्रुवीकरण हो रहा है।

हाल ही में ट्रंप के एक ट्वीट ने अमेरिका में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। ट्रंप ने कहा कि अगर कमला हैरिस जीतती हैं, तो अमेरिका सुरक्षित नहीं रहेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि कमला हैरिस अवैध प्रवासियों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं देंगी, जिससे अमेरिकी नागरिक प्रभावित होंगे।

एक अन्य ट्वीट में ट्रंप ने कहा कि अगर कमला हैरिस जीतती हैं, तो आपके नए पड़ोसी मुसलमान होंगे, जिन्हें अमेरिकी झंडा जलाते हुए दिखाया गया है। इससे साफ है कि ट्रंप मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हैं और इस मुद्दे को चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।

ट्रंप ने 2015 में राष्ट्रपति बनने के बाद मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था, जिसे उन्होंने 2016 के चुनावों के बाद पूरा किया। उनके शुरुआती आदेशों में से एक था सात मुस्लिम देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना, जो उनके मुस्लिम विरोधी रुख को दर्शाता है।

222222

अब बाइडन ने राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप के लगाए हुए मुस्लिम बैन को हटा दिया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका में मुसलमानों की एंट्री एक बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है, और इस पर राजनीतिक दांव-पेच खेले जा रहे हैं।

अमेरिका में कुछ स्विंग स्टेट्स हैं, जहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या निर्णायक हो सकती है। जैसे भारत में वोट बैंक के आधार पर चुनावी रणनीति बनाई जाती है, वैसे ही अमेरिका में भी मुस्लिम समुदाय को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।

कुल मिलाकर, अमेरिका में स्विंग वोटर्स का बड़ा महत्व है, और ट्रंप व कमला हैरिस के बीच की यह चुनावी जंग भारत के चुनावी परिदृश्य से काफी हद तक मिलती-जुलती प्रतीत हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *