एलन मस्क की भारत में एंट्री तय | अम्बानी की बढ़ेंगी मुसीबतें
खबर यह है कि एलन मस्क इंडिया में आने वाले हैं। इसका मतलब है कि उनका व्यापार इंडिया में फैलने वाला है। यह सब तब हो रहा है जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति बनने की दौड़ जीत चुके हैं और जनवरी में वह पद की शपथ लेंगे। इसी बीच में एलन मस्क, जिन्होंने ट्रंप को जिताने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, के बारे में सुर्खियां आने लगी हैं। ट्रंप ने एलन मस्क और विवेक रामास्वामी, जिन्होंने ट्रंप को समर्थन दिया था, को कुछ पद देने का सोचा है।
विवेक रामास्वामी वह व्यक्ति हैं जिन्होंने अपना राष्ट्रपति पद के लिए नाम हटाकर ट्रंप का समर्थन किया था। खबरें आ रही हैं कि ट्रंप ने एलन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का कंट्रोल देने का विचार किया है। एलन मस्क ने 7 सितंबर को एक तस्वीर शेयर की थी जो आज उनकी हकीकत बन रही है। उन्होंने कहा, “सो व्हाट वुड यू से यू डू हियर?” इसका मतलब है कि जो मैं चाहूं, वह मैं पाऊं।
अमेरिका में इनको डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी की जिम्मेदारी दी जा रही है, वहीं भारत में सुर्खियां हैं कि मस्क यहां आने वाले हैं। ट्रंप के शासन संभालने से पहले ही मस्क को भारत सरकार उनकी आवश्यक रिक्वायरमेंट्स पूरी करके देगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्टारलिंक के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि अगर वे हमारे नियमों का पालन करते हैं, तो काम करने में कोई दिक्कत नहीं है।

बड़ा सवाल यह है कि इससे अंबानी को दिक्कत क्या होगी? आज भारत में इंटरनेट वॉर चल रही है जिसमें रिलायंस और एयरटेल का लगभग डुओपॉली है। इस इंटरनेट बाजार में एलन मस्क अपना स्टारलिंक लेकर आ रहे हैं। स्टारलिंक असल में स्पेसएक्स कंपनी का प्रोजेक्ट है जो सैटेलाइट के माध्यम से इंटरनेट उपलब्ध कराती है।
स्पेसएक्स, एलन मस्क की कंपनी है, जो अंतरिक्ष में हजारों सैटेलाइट्स छोड़ चुकी है। ये सैटेलाइट्स धरती के चारों तरफ चक्कर काटते हैं और इंटरनेट इन राउटर्स तक पहुंचता है जिसे आप कहीं भी उपयोग कर सकते हैं। यह इंटरनेट अन्य सभी के लिए बड़ी चुनौती है।
सवाल उठता है कि स्टारलिंक इंडिया में अब तक क्यों नहीं आया? एलन मस्क के स्टारलिंक ने दुनिया में कई जगह पहुंच बनाई है, जैसे यूक्रेन-रूस युद्ध के समय यूक्रेन को सेवाएं दी गई थीं। गाजा पट्टी में भी स्टारलिंक ने अपनी सेवाएं दी हैं।
एलन मस्क ने 2021 में भारत में स्टारलिंक की बुकिंग शुरू कर दी थी। उन्होंने कहा था कि 2022 तक भारत में इंटरनेट उपलब्ध कराएंगे। लेकिन भारत सरकार ने बिना लाइसेंस के इंटरनेट देने से मना कर दिया। दिसंबर 2021 में मस्क ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया, लेकिन प्रयास सफल नहीं हुआ। जनवरी 2022 में स्टारलिंक ने प्री बुकिंग्स की रकम लौटानी शुरू कर दी। 2022 में स्पेसएक्स ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन के पास ब्रॉडबैंड फॉर्म ऑफ स्पेस सर्विस के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन किया।
सरकार ने शर्त रखी कि भारत का डेटा लोकलाइज्ड होना चाहिए। 2023 में स्टारलिंक को इन प्रिंसिपल अप्रूवल मिला। खबरें आईं कि अंबानी को बचाने के लिए सरकार ने देर की। एलन मस्क ने कहा कि वह तैयार हैं इंडिया में इंटरनेट सेवा देने के लिए।
टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगर वे कंसर्न्स को पूरा कर लेते हैं, तो लाइसेंस देने में कोई दिक्कत नहीं होगी। सरकार के नियमों का पालन करने पर परमिशन मिल जाएगी। बड़ा सवाल है कि क्या रिलायंस भी ऐसा सैटेलाइट सिस्टम ला सकता है जैसा स्टारलिंक लेकर आ रहा है? दूसरा प्रश्न है कि जियो की सेवाएं कितनी महंगी होंगी? एलन मस्क का स्टारलिंक भारत में जल्द ही इंटरनेट सेवा देने लगेगा।